"रामनवमी"

"रामनवमी"

चैत्र मास, शुक्ल पक्ष,
नवमी तिथि की बात।
अवध पुरी सरयुग के तीरे,
जहां जन्म लिए रघुनाथ।

अयोध्या नगरी धन्य हुई,
जब लिए राम अवतार।
दशरथ जी बांटे हाथी–घोड़े, 
मां कौशल्या लुटाए हार।

सजी अयोध्या दुल्हन जैसी,
बाजे ढोल– मृदंग।
दशरथ के आंगन बजे शहनाई,
बरसे बाहर रंग।

सोहर गा रही राजमहल में,
गांव की सारी नारी।
गोद लाल लिए बैठी कौशल्या,
सब दे रही उनको बधाई।

                 जितेंद्र कुमार






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