"श्री राम"
मेरा प्यारा देश है हिंदुस्तान।
लिए जन्म यहां राम–कृष्ण भी,
कण–कण में अंकित "जय श्री राम"।
इस पावन धरा की मिट्टी चंदन,
हम तिलक लगाते सुबह–शाम।
उड़ रही धूल वह राम चरणरज,
अंबर में गूंजे "जय श्री राम"।
साक्षी है वह "रामसेतु" भी,
अवध पुरी जो राम के धाम।
सरयुग की निर्मल धारा से,
स्वर जो निकले "जय श्री राम"।
.. जितेंद्र कुमार
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