"हिन्दी दिवस"
(14th sep)
हिन्दी मेरी राष्ट्रीय भाषा,
जो मधुर, सरल,सरस है।
किए स्वीकार सहर्ष हम जिस दिन,
वह पावन आज दिवस है।
पर्व से बढ़कर इस दिवस को,
हम धूम - धाम मनायेंगे।
संस्कृत - सुता हिन्दी को हम सब,
मन - मंदिर में बसाएंगे।
जिसने भी तुमको मान दिया,
जग उसका गुणगान किया।
भरा पड़ा मधु - मिश्रित रस तुझमें,
जो जितना रसपान किया।
जब तक रहे नभ,चन्द्र - तारे,
और सूर्य विद्यमान रहे।
हिन्दी, हिंदुस्तान में,
तुझे सदा सम्मान मिले।
...जितेंद्र कुमार
3 Comments
Bahut Khoob 👌🏻👌🏻
ReplyDeleteWaahhhh 👌🏻👌🏻👌🏻
ReplyDeleteThanks
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