"गर्मी की छुट्टी"
हो गई गर्मी की छुट्टी,
विद्यालय सारे बंद हुए।
उछल रहे हैं नन्हे बच्चे,
मित्रों संग उमंग भरे।
कुछ खुसी कुछ गम है उनमें,
फिर कब होगी उनकी मुलाकातें?
क्या करना है? कहां जाना है?
बांट रहे हैं आपस की बातें।
एक ने मुस्कुराकर बोला,
मेरी सभी तैयारी पूरी है।
जा रहा हूं "ऊटी" घूमने,
घर जाने की देरी है।
जल्द लौटकर "ऊटी" से मैं
दादा जी से मिलने जाऊंगा।
करूंगा जाकर उनकी सेवा,
दादी का हाथ बटाउंगा।
दादा जी बोले थे आना,
करने जाना शिमला का सैर।
गर्मी में भी ठंडी का मौसम,
है शिमला को गर्मी से वैर।
फिर लौटकर घर आऊंगा,
सारा टास्क बनाऊंगा।
मन पढ़ाई में लगाकर,
सारा पाठ दोहराऊंगा।
ख्याल रखूंगा स्वास्थ्य का भी,
दोपहर की गरमी में।
ठंडा पानी पीकर मैं,
बंद रहूंगा कमरे में।
..जितेंद्र कुमार
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